|
वाराणसी: मकर संक्रांति पर पुण्यकाल, ग्रहों के योग से बन रहा अनोखा संयोग |
12 जनवरी 2021 17:34
|
वाराणसी(जनवार्ता)। सूर्य एक राशि का छोड़कर दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रान्ति कहते हैं। इस नियम के अनुसार सूर्य जब धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति होती है।
पूर्वराशिं परित्यज्य उत्तरां याति भास्कर:। स राशि: संड्क्रामाख्या स्यान्मासर्त्वायनहायने।।
इस वर्ष संक्रांति के काल को लेकर समाज में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है परंतु भारतीय ज्योतिष शास्त्र की पारंपरिक ग्रंथों में सबसे आधुनिकतम परन्तु पारंपरिक ग्रंथ केतकी ग्रह गणित के अनुसार संक्रांति का काल 8:18 बजे प्रातः के आसन्न सिद्ध हो रहा है। अतः सनातन धर्मावलंबियों के लिए ज्योतिष शास्त्र के पारंपरिक एवं सर्वमान्य शुद्धतम ग्रंथ केतकी ग्रह गणित के अनुसार प्राप्त 8:18 बजे के आसन्न की संक्रांति काल को ही आधार मानकर धर्म आचरण करना उपयुक्त होगा। 14 जनवरी 2021 को संक्रांति का पर्व प्रातः 8:18 बजे से आरंभ कर सायं काल पर्यंत मनाया जाएगा। इस वर्ष 2021 में 14 जनवरी को प्रातः लगभग 8:18 बजे सूर्य के मकर राशि में आने से 14 जनवरी को मकर सक्रांति पर्व मनाया जाएगा तथा इसका पुण्यकाल संक्राति काल से आरम्भ होकर सूर्यास्त काल तक रहेगा। इस अवसर पर किया गया दान सौ गुना होकर प्राप्त होता है। दान वस्तुओं के क्रम में तिल , चावल, उड़द की दाल, कम्बल, उपानह, गर्म कपड़े, अग्नि, आदि दान करने तथा गरीबों को खिचड़ी खिलाने से अनन्त पूण्य की प्राप्ति होती है। धर्मसिन्धु में कहा गया है कि- रविसंक्रमणे प्राप्ते न स्नायाद्यस्तु मानवः। सप्तजन्मनि रोगी स्यान्निर्धनश्चैव जायते।।
अर्थात् मकर-संक्रान्ति के दिन स्नान न करने वाला व्यक्ति जन्मजन्मान्तर में रोगी तथा निर्धन होता है। इस साल मकर संक्रांति पर पांच ग्रहों का विशेष योग भी बनेगा। इस बार संक्रांति का नाम मंदा है। जो कि शेर पर सवार होकर मकर में प्रवेश कर रही है। ये देव जाति की है। शरीर पर कस्तूरी का लेप, सफेद रंग के कपड़े पहने हुए, नाग केसर पुष्प की माला और हाथ में भुशुंडि शस्त्र लिए, सोने के बर्तन में भोजन करती हुई है। गुरुवार बृहस्पति देव का दिन है। ज्योतिष ग्रंथों में इसे शुभ दिन माना जाता है। पंचग्रही घ्नन्ति चतुष्पदानां अर्थात् पंचग्रही योग पशुओं के लिये हानिकारक है । पूर्वाह्न में संक्रान्ति का फल ज्योतिर्निबन्ध ग्रन्थ के अनुसार पूर्वाह्ने पीडयेद्भूपान् अर्थात् जब पूर्वाह्न में सूर्य की संक्रान्ति होती है तो राजाओं को पीड़ा देने वाली होती है। प्रशासनिक फेरबदल होने की सम्भावना बन रही है । इस वर्ष के मकर संक्रान्ति के सामूहिक फल पर विचार करें तो- कुछ सरकारी अधिकारियों के लिए स्थितियां कुछ विपरीत हो सकती है। इन सबके प्रभाव से 15 फरवरी तक देश में असामाजिकता बढ़ सकती है। आपराधिक गतिविधियां और वारदातें बढ़ सकती हैं। लेकिन लोगों की सेहत में सुधार होगा। महंगाई कम होने की संभावना है। अन्य देशों से भारत के संबंध मजबूत होंगे। देश में अनाज भण्डारण भी बढ़ेगा। धार्मिक क्षेत्र, न्याय व शिक्षा क्षेत्रों में अति संघर्ष, असन्तोष और आन्दोलन प्रदर्शन होंगे। भ्रष्टाचार की वृद्धि और कुछ नेताओं को सत्ता से बाहर किया जायेगा।
#Mau_LatestNews #Chandauli_LatestNews #SonebhadraNews #Mirjapur_LatestNews #Latest_news _of _Varanasi_in_hindi #varanasi_top_news_in_hindi #Breaking_News_varanasi_in_hindi #varanasi_latest_news_in_hindi #Delhi_latest_news #Congress_latest_news #BJP_latest_news_in #PM_Modi_latest_news_in_hindi #Modi #CM_Yogi_latest_news_in_hindi #Yogi #Jdu_latest_news_in_hindi #RJD #Mumbai #lacknow news_in_hindi #Mahatma_gandhi #Sonia Gandhi_news_in_hindi #Rahul_gandhi_latest_news_in_hindi #latest Politics_news_in_hindi #latest_Crime_news_in_hindi #Entertainment #Sports_news #Bollywood _news_in_hindi #samachar_in_hindi #khabar #Rajaniti #apradh #rajnniti #वाराणसीताजाखबर #खबर #ब्रेकिंगन्यूज़ #लेटेस्ट #सुर्खियां #राजनीति #अपराध #काशी #बनारस #नईदिल्ली#समाचार #टुडे #टॉप #today_news_in_hindi #Top_news_in_hindi #UP #Uttar_Pradesh #उत्तरप्रदेश#hindi #हिंदी #इंडिया #India_news_in_hindi #यूपी
|
|
|
|
|