शास्त्री घाट पर पत्रकारों के उत्पीड़न व फर्जी मुकदमां को वापस लेने की मांग को लेकर उपवास करते विभिन्न पत्रकार संगठनों के पत्रकार
■मुकदमे वापस करने की मांग वाराणसी(जनवार्ता)।देश भर में पत्रकारों के खिलाफ फर्जी मुकदमे लिखने और सरकारी दमन के विरुद्ध काशी से आवाज उठी है।विभिन्न प्रमुख पत्रकार संगठनों से जुड़े पत्रकारों ने वाराणसी के शास्त्री घाट पर सामूहिक उपवास व धरना देकर विरोध जताया और प्रधानमंत्री से मांग किया कि पत्रकारों का उत्पीड़न बंद हो और उनपर से फर्जी मकदमें तत्काल वापस हो। ज्ञातव्य है कि देश भर में सरकार द्वारा अनेक पत्रकारों के खिलाफ देशद्रोह जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है जिससे पत्रकारों में आक्रोश है। पत्रकारों व मीडिया पर दमन से अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में पड़ गई है। इस अवसर पर पत्रकारों ने उपवास रखा तथा संकेतिक धरना दिया। भारतीय प्रेस काउंसिल के सदस्य अशोक कुमार नवरत्न प्रमुख रूप से उपस्थित हुए तथा सरकार के रवैए की कड़ी आलोचना की।उन्होंने कहा कि पत्रकारों की एक साथ से ही उन्हें मजबूती मिलेगी। प्रमुख रूप से काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी महामंत्री मनोज श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद कुमार बागी, डॉ अरविंद सिंह, ऑल इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राज कुमार सिंह ने पत्रकारों पर मुकदमे की घोर निंदा की तथा सरकार से शीघ्र अति शीघ्र मुकदमों को वापस लेने की मांग की। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी जिला प्रशासन को सौंपा गया। उपवास- प्रदर्शन में प्रमुख रूप से वरिष्ठ पत्रकार सर्वश्री प्रदीप कुमार, सुभाष सिंह, ए के लारी, रमेश राय, सुशील श्रीवास्तव, नागेंद्र पाठक, सुरेश प्रताप, जितेंद्र श्रीवास्तव, पुरुषोत्तम चतुर्वेदी, आलोक श्रीवास्तव,मुन्नालाल साहनी,अनिल अग्रवाल,कैलाश सिंह विकास,भारतेंदु तिवारी,मनीष चौरसिया, ध्यानचंद, प्रमोद कुमार आदि दर्जनों पत्रकार व छायाकार उपस्थित थे। पत्रकारों के आंदोलन को अधिवक्ताओं का भी समर्थन मिला बार काउंसिल ऑफ इंडिया उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष हरिशंकर सिंह अपने साथियों के साथ धरना स्थल पर पहुंचे तथा समर्थन किया। #पत्रकार_उत्पीड़न #उपवास #allindiajournalistassociation #धरना #varanasi #banaras #बनारस #journalists #varanasimedia
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