चंदौली। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले में चंदौली के लाल शहीद कोबरा बटालियन के कमांडो धर्मदेव के परिजन आखिरकार अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए। शाम को वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान गांव के हजारों लोगों ने शहीद को नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। प्रशासनिक अधिकारियों के काफी मनाने के बाद परिजन माने। डीएम और एसपी ने बेसुध पड़े पिता और भाई को समझाया। इस दौरान शहीद के गांव बड़ागांव थाना क्षेत्र के ठेकहां में धर्मदेव को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

दरअसल, शहीद धर्मदेव कुमार का पार्थिव शरीर आज सुबह 10:20 बजे बड़ागांव थाना क्षेत्र के गांव ठेकहां पहुंचा था। शहीद के पार्थिव शरीर को उनके घर के आगे मैदान में रखा गया। लेकिन कई घंटों तक शहीद धर्मदेव के माता-पिता और पत्नी सहित परिवार में से कोई भी सदस्य शहीद को देखने नहीं आया। परिजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे। वहीं मौके पर स्थानीय विधायक और सांसद के नहीं पहुंचने पर ग्रामीण और ज्यादा आक्रोशित हो गए थे। शहीद का पार्थिव शरीर कई घंटे तक गांव के चौराहे पर रखा रहा था। मौके पर जिला अधिकारी संजीव सिंह, एसपी अमित कुमार सहित आला अधिकारी पहुंचे। कई घंटों तक अधिकारियों ने मनाया। आखिरकार मुख्यमंत्री से मिलाने का आश्वासन मिलने पर दोपहर बाद परिजन मान गए।
